पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी और हेड कोच रवि शास्त्री का मानना है कि जसप्रीत बुमराह पर पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कप्तान रोहित शर्मा की जगह लेने पर दबाव होगा। ‘स्टार स्पोर्ट्स प्रेस रूम’ में पहले टेस्ट से पहले शास्त्री ने कहा, “बिलकुल, बुमराह पर दबाव होगा। यहां आने वाला हर कप्तान हमेशा दबाव महसूस करता है। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई जानते हैं कि वह कौन हैं और वह उन्हें माकूल जवाब देने की पूरी क्षमता रखते हैं।”
Jasprit Bumrah on Leading India in the Perth Test
अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुमराह ने कप्तानी को लेकर अपनी भावनाओं को साझा किया। उन्होंने कहा, “यह एक सम्मान की बात है। मेरी अपनी शैली है। विराट की शैली अलग थी, रोहित की अलग थी और मेरी भी अपनी शैली है। यह एक Privilege है। मैं इसे एक पद के रूप में नहीं देखता। मुझे जिम्मेदारी लेना पसंद है। मैंने पहले रोहित से बात की थी, लेकिन यहां आकर मुझे कप्तानी के बारे में थोड़ा और स्पष्टता मिली।”
बुमराह ने आगे कहा, “मैं अभी इस पल में हूं। मुझे जिम्मेदारी दी गई है और मैंने इसे पहले भी किया है, और मुझे वह अनुभव बहुत अच्छा लगा। इस समय, मैं अपनी पूरी क्षमता से योगदान देने की कोशिश करूंगा। भविष्य में क्या होगा, यह मैं नहीं जानता, लेकिन इस पल में मुझे जो काम दिया गया है, मैं पूरी मेहनत से उसे करूंगा।”
Bumrah’s Historic Leadership
छह साल पहले, जब बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला टेस्ट सीरीज खेला था, उन्होंने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की थी और भारत को उसकी पहली टेस्ट सीरीज जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने शानदार 21 विकेट लेकर औसतन 17.00 के औसत से प्रदर्शन किया था।
इसके बाद से बुमराह का करियर लगातार ऊंचाइयों पर रहा है। 22 नवंबर (शुक्रवार) को वह इतिहास रचेंगे, जब वह इस सदी में ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम के पहले तेज गेंदबाज कप्तान बनेंगे।
हालांकि बुमराह ने 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में एक टेस्ट मैच में कप्तानी की थी, लेकिन कप्तान के रूप में उनके सीमित अनुभव ने उनके नेतृत्व शैली को लेकर काफी जिज्ञासा पैदा की है।